लगातार बढ़ती सीएनजी की कीमत का असर ऑटो टैक्सी पर भी पड़ने लगा है. दिल्ली में सीएनजी करीब 69 रुपये प्रति किलो है, ऐसे में ऑटो टैक्सी यूनियन का कहना है उसी किराए में गाड़ी चलाना मुश्किल है. इसलिए अब ये ऑटो टैक्सी यूनियन सरकार से चाहते हैं कि वो सीएनजी में करीब 35 रुपये की सब्सिडी दे, क्योंकि किराया बढ़ेगा तो लोग सफर कम कर देंगे. अपनी इस मांग को लेकर दिल्ली के कई ऑटो टैक्सी यूनियन 11 अप्रैल को प्रदर्शन करेंगे.
पिछले कुछ दिनों से लगातार सीएनजी के दामों में बढ़ोतरी हो रही है. एक हफ्ते में सीएनजी के दाम करीब 9 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इसका असर आम लोगों के साथ साथ राजधानी दिल्ली में सीएनजी से चलने वाले ऑटो पर भी पड़ा है. दिल्ली ऑटो की सबसे बड़ी यूनियन भारतीय मजदूर संघ के मुताबिक इस कीमत पर ऑटो चलाना मुश्किल है. ऐसे में अब सरकार से चाह रहे हैं कि सीएनजी के दामों में ऑटो टैक्सी को सब्सिडी मिले.
भारतीय मजदूर संघ ऑटो यूनियन के महामंत्री राजेंद्र सोनी ने कहा कि सरकार बिजली पर सब्सिडी दे सकती है, डीटीसी बस के सीएनजी के दाम अलग हैं, शराब पर छूट दे सकती है तो हमे सब्सिडी क्यों नहीं दे सकती है. हमारे लिए इस कीमत पर ऑटो चलाना मुश्किल है, इसलिए हम अपनी मांग को लेकर 11 अप्रैल को प्रदर्शन करेंगे और हमारी बात नहीं मानी गई तो हम 18 अप्रैल से हड़ताल पर चले जाएंगे
ऑटो टैक्सी यूनियन की मांग है कि बढ़ती हुई सीएनजी की कीमत को देखते हुए उन्हें करीब 35 रुपये की सब्सिडी दी जाए या फिर किराया बढ़ाया जाए.
- ऑटो यूनियन के मुताबिक, दिल्ली में करीब 91 हजार ऑटो हैं, 10 हजार के करीब काली पीली टैक्सी है.
- दिल्ली में ऑटो का किराया पहले डेढ़ किलोमीटर के 25 रुपये, उसके बाद हर किलोमीटर के लिए 9 रुपये 50 पैसे हैं.
- ऑटो का किराया साल 2020 में बढ़ा था, उसे पहले साल 2013 में बढ़े थे.
- वहीं टैक्सी का किराया साल 2013 में बढ़ा था. पहले एक किलोमीटर के 25 रुपये, उसके बाद हर किलोमीटर के लिए 16 रुपये देने पड़ते हैं.
फिलहाल हर दिन सीएनजी के दाम बढ़ रहे हैं. इसको लेकर आम आदमी से लेकर ऑटो टैक्सी वाले भी परेशान हैं. अब वो चाहते हैं कि सीएनजी पर सब्सिडी मिले, किराया नहीं बढ़े क्योंकि ऐसा होने पर यात्री कम हो जाएंगे